शयन मंत्र | Shayan Mantra

Neend Aane Ka Mantra

दिनभर की थकान के बाद जब हम विश्राम के लिए बिस्तर पर जाते हैं, तो हमारा मन और शरीर शांति की तलाश में होता है। ऐसे समय में शयन मंत्र (Shayan Mantra) का उच्चारण अत्यंत लाभकारी होता है। शयन मंत्र | Shayan Mantra न केवल हमें गहरी और शांत नींद प्रदान करता है, बल्कि मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक बल भी देता है।


Shayan Mantra

नींद आने का मंत्र

* जले रक्षतु वाराहः स्थले रक्षतु वामनः,
अटव्यां नारसिंहश्च सर्वतः पातु केशवः ||

स्वप्न न आने व गाढ़ निद्रा का मन्त्र

* विश्वेश्वरी जगद्धात्रीं स्थिति संहार कारिणीम्,
निद्रां भगवतीं विष्णोरतुलां तेजसः प्रभुः ||

FAQ:

1- कौन सा मंत्र बोलने से नींद आती है?
* उपरोक्त पोस्ट में नींद आने का मंत्र वर्णित किया गया है।
* इस मंत्र का स्मरण कर आप भय मुक्त कम समय में आप बिस्तर में शीघ निद्रा के आगोश को प्राप्त कर सकते हैं।

2- 1 मिनट में नींद आने के लिए क्या करें?
* सबसे पहले आप सोने से 10-15 मिनट पहले मोबाइल, टीवी, लैपटॉप से दूर हो जाएं।
* "सोते समय खुद को कल्पना करें कि आप एक शांत, सुंदर जगह पर हैं और मन ही मन उपरोक्त वर्णित मंत्र का स्मरण ११ बार करे आप शीघ्र ही नींद के आगोश मे होंगे।

3- नींद की देवी कौन हैं?
* निद्रा देवी, जिन्हें 'स्वप्नेश्वरी' या 'योगमाया' भी कहा जाता है, नींद और विश्राम की देवी हैं।
* मार्कण्डेय पुराण के अनुसार, जब सृष्टि के आरम्भ में हर ओर जल ही जल था और उस जल में भगवान विष्णु शेषनाग की शैय्या पर योगनिद्रा की अवस्था में सोये हुए थे, तो उनकी नाभि से एक कमल प्रकट हुआ जिसपर ब्रह्मा जी विराजमान थे।

* तभी विष्णु जी के कानों की मैल से दो भयानक राक्षस मधु और कैटभ भी पैदा हुए जो ब्रह्मा जी को खाने के लिए दौड़ पड़े।

*  अपने प्राण बचाने के लिए ब्रह्माजी विष्णु जी से गुहार लगाई लेकिन विष्णु जी योगनिद्रा में लीन थे।
* तब प्राण को संकट में देख ब्रह्मा जी ने योगमाया की स्तुति प्रारम्भ की। जब ब्रह्मा जी की स्तुति से प्रसन्न होकर देवी योगमाया भगवान विष्णु जी के नेत्रों से निकलकर उनके सम्मुख उपस्थित हुई।

* तब भगवान विष्णु निद्रा से जागे और उन्होने मधु और कैटभ का वध किया। यही देवी योगमाया को निद्रा देवी कहा गया जो नींद की देवी भी मानी जाती हैं ||

* रामायण में एक प्रसिद्ध कथा है जिसमें निद्रा देवी की भूमिका महत्वपूर्ण है।
* वनवास के दौरान लक्ष्मण ने 14 वर्षों तक बिना सोए श्रीराम और सीता की सेवा की। कहा जाता है कि वनवास की पहली रात में जब भगवान राम और देवी सीता कुटिया में विश्राम करने चले गए तो लक्ष्मण कुटिया के बाहर एक प्रहरी के रूप में पहरा दे रहे थे।
* तभी उनके पास निद्रा देवी प्रकट हुईं।
* तब लक्ष्मण ने निद्रा देवी से यह वरदान मांगा कि उन्हें 14 वर्षों तक के लिए निद्रा से मुक्त कर दें। निद्रा देवी ने उनकी यह इच्छा स्वीकार करते हुए कहा कि उनके हिस्से की निद्रा को किसी न किसी को लेना होगा।
* तब लक्ष्मण ने निद्रा देवी से विनती की कि उनके हिस्से की निद्रा को उनकी पत्नी उर्मिला को दे दिया जाए।
* उर्मिला ने लक्ष्मण के बदले पूरे वनवास के दौरान सोना स्वीकार कर लिया।
* वह 14 वर्ष सोती रहीं और लक्ष्मण 14 वर्ष जागते रहे।

4-  नींद की देवी का मंत्र क्या है?
* नींद की देवी का मंत्र इस पोस्ट मे वर्णित किया गया है जिसका स्मरण करने से आपको मानसिक सुकून जल्द ही प्राप्त होता है और जल्द ही नींद आती है।

5- रात को सोते समय किस भगवान का नाम लेना चाहिए?
* रात में सोते समय हमे भगवान श्री गणेश जी का स्मरण कर भगवान श्री हनुमान जी का नाम स्मरण करना चाहिए। श्री हनुमान जी के नाम स्मरण मात्र से रोग, दोष तथा संताप मिट जाते हैं, जिससे नकारात्मक विचार दूर रहते हैं और नींद में खलल नहीं पड़ता।

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