आई मंत्र | Eye Mantra
Eye Mantra Lyrics In Hindi
आई मंत्र (Eye Mantra) एक ऐसा दिव्य साधन है, जो हमारे नेत्रों को स्वस्थ, तेज़ और रोगमुक्त बनाने में अद्भुत प्रभाव डालता है। प्राचीन भारतीय ऋषि-मुनियों ने नेत्र रक्षा और उपचार के लिए विशेष मंत्रों की खोज की थी, जिन्हें आज भी श्रद्धापूर्वक जपने से नेत्र रोगों से राहत मिलती है।
नेत्र रक्षा के लिए चाक्षुसी विद्या
अथ कृष्ण यजुर्वेदीय चाक्षुषोपनिषद्* ॐ अस्याश्चाक्षषी विद्याया अहिर्बुध्न्य ऋषिः, गायत्रीच्छन्दः,
सूर्यो देवता चक्षुरोगनिवृत्तये विनियोगः।
* चक्षुश्चक्षुश्चक्षुस्तेजः स्थिरो भव,
* मां पाहि पाहि।
* "स्वरितं चक्षुरोगान् शमय शमय,
* मम जात रूप तेजो दर्शयदय,
* यथा अहमन्धो न स्यां तथा कल्पय कल्पय,
* कल्याणं कुरु कुरु,
* यानि मय पूर्वजन्मोपार्जितानि चक्षुः प्रतिरोधक दुष्कृतानि सर्वाणि निर्मूलय निर्मू लय।"
* ॐ नमः चक्षुस्तेजोदात्रे दिव्याय भास्कराय ||
* "ॐ नमः करुणाकरायामृताय,
* ॐ नमः सूर्याय,
* ॐ नमो भगवते सूर्यायाक्षि तेजसे नमः,
* रजसे नमः,
* तमसे नमः असतोमा-सद्गमय,
* तमसो मा ज्योतिर्गमय,
* मृत्योर्मा अमृतं गमय,
* उष्णो भगवाञ्युचिरूपः,
* हंसो भगवान शुचिऽप्रतिरूप ||"
* "ॐ नमो भगवते आदित्याय अहोवाहिनी अहोवाहिनी स्वाहा"
* "ॐ विश्वरूपं घृणि तं जात वेदसं, हिरण्यमयं पुरुषं ज्योतिरूपं
तपन्तं । विश्वस्य योनि प्रतपन्तं महान्तं पुरः प्रजानामुदयव्येष सूर्यः ||
* य इमां चाक्ष ष्मती विद्यां द्विजो नित्यमधीयते नतस्याक्षिरागो भवति,
न तस्य कुले अन्धो भवति ||
* अष्टी ब्राह्मणान् ग्राहयित्वा विद्यासिद्धिर्भवति ||
इति श्री कृष्ण यजुर्वेदीय चाक्षुषोपनिषद् ||