माँदान अयाची राजा जनक के गाम लिरिक्स | Maadan Ayaachee Raaja Janak Ke Gaam Lyrics

Maadan Ayaachee Raaja Janak Ke Gaam Lyrics In Hindi
माँदान अयाची,राजा जनक के गाम,
जाहि थम उगना बनाल,
महादेव विद्यापति कर जौन यो ||
स्वर्ग से सुंदर मिथिला धाम,
माँदान अयाची,
राजा जनक के गाम,
जाहि थम उगना बनाल,
महादेव विद्यापति कर जौन यो ||
स्वर्ग से सुंदर मिथिला धाम,
माँदान अयाची,
राजा जनक के गाम,
जाहि थम उगना बनाल,
महादेव विद्यापति कर,
जौन यो.बारिय झरिए,
साग भेतत अची चारे,
पर तिलकोर यो ||
आओटा पहुँ जमी के खेता,
नही बीच के ता थोर यो,
स्वागत मे भेट टैन हुंका,
पॅयन आर माखन ,
माँदान अयाची,
राजा जनक कर गाम.
स्वर्ग से सुंदर मिथिला धाम,
माँदान अयाची,
राजा जनक के गाम ||
जाहि थम उगना बनाल,
महादेव विद्यापति कर जौन यो,
कमला कोसिक निर्मल धारा,
झार झार गीत सूनबाई हे,
सब देवता मिल फूल बरसाबे,
मोहन बंसी बजबे हे,
सीता बहिन हमर पाहुं राम ||
माँदान अयाची,
राजा जनक कर गाम.
स्वर्ग से सुंदर मिथिला धाम,
माँदान अयाची,
राजा जनक के गाम ||
जाहि थम उगना बनाल,
महादेव विद्यापति कर जौन यो,
हमारा मिटा मों लगाट अची,
अपने प्रेमक नगरी मे ,
मिथिलक बोल अनमोल लगाट,
अची झुटका बैर जहाँ सबरी कर,
झुकी झुकी करैयत ची,
अपन माई कर प्रणाम ||
माँदान आयाची,
राजा जनक कर गाम.
स्वर्ग से सुंदर मिथिला धाम,
माँदान अयाची राजा जनक के गाम,
जाहि थम उगना बनाल महादेव,
विद्यापति कर जौन यो,
स्वर्ग से सुंदर मिथिला धाम,
माँदान अयाची राजा जनक के गाम ||
जाहि थम उगना बनाल,
महादेव विद्यापति कर जौन यो.
स्वर्ग से सुंदर मिथिला धाम,
माँदान अयाची,
राजा जनक के गाम ||
जाहि थम उगना बनाल,
महादेव विद्यापति कर जौन यो,
स्वर्ग से सुंदर मिथिला धाम,
माँदान अयाची,
राजा जनक के गाम,
जाहि थम उगना बनाल,
महादेव विद्यापति कर जौन यो ||