तम्बाकू तेरे अवगुण लिरिक्स | Tambaku Tere Avgun Lyrics
Tambaku Tere Avgun Lyrics In Hindi
तम्बाकू तेरे अवगुण अपरम्पार,डाक्टर वैद्य हकीम सभी तुझे,
कह रहे इसी प्रकार ||
तम्बाकू तेरे अवगुण अपरम्पार,
डाक्टर वैद्य हकीम सभी तुझे,
कह रहे इसी प्रकार ||
डाक्टर हकीम वैद्य सभी का,
फरमान है यह,
तम्बाकू का पीना जग में,
सब दुखों की खान है यह ||
दमा कफ खांसी आदि,
रोगों का मकान है यह,
धातु क्षीण करने का तो,
लख संहारी बाण है यह ||
जिसका मारा हुआ लगभग,
सारा हिन्दुस्तान है यह,
क्या नर अरु क्या नारि ||
तम्बाकू तेरे अवगुण अपरम्पार,
डाक्टर वैद्य हकीम सभी तुझे,
कह रहे इसी प्रकार ||
अमेरिका का बुड्डा जो कि,
एक सो अस्सी वर्ष जिया
इतने दिन जीने का कारण,
यह भी एक बयान किया ||
जब तक जीता रहा,
उसने तम्बाकू को नहीं पिया,
खाने अरु सूंघने को,
हाथ में भी नहीं लिया ||
इसीलिये मित्रों तुम भी,
इससे मुख को मोड़ लीजे,
सुख से जीना चाहो जग में,
तम्बाकू को छोड़ दीजे ||
सब विधि समझ असार,
तम्बाकू तेरे अवगुण अपरम्पार,
डाक्टर वैद्य हकीम सभी तुझे,
कह रहे इसी प्रकार ||