बिच्छू झाड़ने का मंत्र | Bichhoo Jhadne Ka Mantra
Bichhoo Jhadne Ka Mantra In Hindi
हमारे भारतवर्ष में प्राचीन काल से ही अनेक प्रकार के मंत्रों और तंत्रों का उपयोग प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में किया जाता रहा है। जब किसी को बिच्छू काट लेता है, तो उसका दर्द असहनीय हो जाता है। ऐसे में एक विशेष "बिच्छू झाड़ने का मंत्र" द्वारा तुरंत राहत प्राप्त की जा सकती है। यह मंत्र प्राचीन लोक परंपरा पर आधारित है और इसका उपयोग प्राथमिक उपचार के रूप में किया जाता है। यदि बिच्छू विषैला हो या हालत बिगड़ रही हो, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेना आवश्यक है।विशेष चमत्कारी मंत्र | घोर संकट भादि के लिये
यह मन्त्र विच्छू के काटने पर, मिर्गी रोग पर, सिर नजर झाड़ने पर, कुसमय में रक्षा के लिये सभी सम्पदाओं की प्राप्ति के लिये काम आता है इस मंत्र को विधि पूर्वक सिद्ध कर लेना चाहिये।मत्र-
* (ॐ ह्रीं) धापदामपहर्तारं दातारं सर्वसम्पदाम्,
लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम् ||
विधिः-
* इस मन्त्र की एक माला का नित्य बिना होठ हिलाये मानसिक जप करे तथा दीपावली के दिन सिद्ध करे।
* सिद्ध करने के लिये यह मन्त्र बोलकर 864 आटे की गोली बनाकर उसी दिन बड़ी दीपावली की शाम को मछलियों को खिला देवें वहाँ से एक लोटा जल भर से उसमें गंगाजल मिला लेवें उस जल को लेकर भगवान रामजी के मन्दिर में जाकर चरणामृत लेकर पीवें और उपर छिड़के और मकान में छिड़क दे।
* रात्रि को यह मंत्र बोलकर 12 वस्तु वाली सामाग्री जो पहले लिखी गयी है उसी के अनुसार उसी रात्रि को 108 आहुतियाँ देवें व रक्षा रेखा हवन के समय रक्षा रेखा मंत्र ( उपरोक्त वर्णित) बोल कर खीच लेवें।
* बस मंत्र सिद्ध हो जाएगा। संकट मे काम आकर भक्त की रक्षा करेगा।
ध्यान रखने एवं क्रिया अनुकूल बातें-
१- बिच्छू के काटे स्थान पर जहां दर्द हो उस स्थान को उसी से पकड़वाले फिर मन्त्र बोलकर फूंक मार दे राख या कपड़े से झाड़ दे या नीम की टहनी से ३ बार ५ बार या ७ बार झाड़ दे विष उतर जायेगा।
२- मृगी रोग वाले को २१ बार मंत्र बोल कर मोर के पंख से झाड़ा देवे काली स्याही के कागज पर लिखकर ताबीज गले में बांधे मृगी रोग दूर हो जाता है। हिस्ट्रिया के दौरे पर भी यही विधि है।
३-सिर आदि की पीड़ा के दर्द के लिये पढ़ कर फूंक मार दे तथा अंगूठा और बीच की उंगली माथे के दोनों ओर फैला कर रखे फिर रगड़ता हुआ बीच में लाकर जहां अंगूठा और उँगली मिल जाय हाथ उठाले इस तरह ३, ५ या ७ बार करे सिर दर्द दूर हो जावेगा।
४- नजर झाड़ने के लिये उपरोक्त मन्त्र पढ़कर चाकू से झाड़ दे तथा फूंक मार दे ठीक हो जायेगा।
५- सकल सिद्धि या रक्षा के लिये इसका मानसिक जप चलते फिरते तथा बैठ कर करे ।