दुख भंजन मंत्र लिरिक्स | Dukh Bhajan Mantra Lyrics
Dukh Bhajan Mantra In Hindi
दुख भंजन मंत्र लिरिक्स | Dukh Bhajan Mantra Lyrics एक अत्यंत प्रभावशाली और पवित्र मंत्र है जो हमारे जीवन में आने वाले दुखों, परेशानियों और मानसिक तनाव को दूर करने में सहायक होता है। यह मंत्र भगवान के चरणों में समर्पित होकर श्रद्धा से जपने पर चमत्कारी परिणाम देता है। दुख भंजन का अर्थ होता है — दुखों का नाश करने वाला। यह मंत्र विशेष रूप से उन भक्तों के लिए है जो जीवन में बार-बार आने वाले कष्टों, आर्थिक संकट, पारिवारिक झगड़ों या मानसिक पीड़ा से परेशान हैं।यह श्री शिव भगवान् जी को दुखों के नाशक देवता के स्वरूप को समर्पित है।
दुखभंजन ससम्पुट महामृत्युंजय मन्त्र
* ॐ हौंः जू: सः,
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे,
सुगन्धि पुष्टि वर्धनम्,
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय,
मामृतात्सः,
जूः हाँ ॐ ||
भावार्थ-
* ॐ = भगवान, हौंः = जिसके लिये हवन किया जाता, है- जूः = संसार है लीला जिसकी, सः = जिससे सब उत्पन्न होते हैं, त्र्यम्बकं = तीन नेत्र वाले तथा प्रसन्नता देने वाले स्वास्थ्यवर्धक भगवान शङ्कर की मैं (यजामहे) = पूजा करता हूँ। हे भगवन् गर्भ की झिल्ली की तरह संसार के मृत्यु रूपी बन्धन से मुझे मुक्त करिये तथा अमर बनाइये ।
* ॐ तत्पुरुषाय विद्महे,
महादेवाय धीमहि,
तन्नो रुद्रः प्रचोदयात् ||
भावार्थ
* हम पुराण पुरुष भगवान शङ्कर को जानना चाहते हैं, तथा उनका ध्यान करते हैं वह भगवान शङ्कर हमें शुभ कर्मों में प्रवृत्त करें।
नोट :- यह मन्त्र जिसके लिये करना हो उसका नाम लेकर संकल्प करे १ पान १ सुपाड़ी रख कर हवन करे विधि जाने १०८ आहुति देवें शङ्कर मन्दिर में शीघ्र लाभ होता है।