मुसाफिर लिरिक्स | Musafir Lyrics

Musafir Lyrics In Hindi
मुसाफिर करले तैयारी,अगर कुछ दूर जाना है,
भला इस प्लेटफारम पर,
कहां किसका ठिकाना है ||
मुसाफिर करले तैयारी,
अगर कुछ दूर जाना है,
भला इस प्लेटफारम पर,
कहां किसका ठिकाना है ||
जगत यह रेल गाड़ी है,
महल डिब्बे के सम जानो,
कुटुम डिब्बे के साथी है,
टिकट आयु ही माना है ||
मुसाफिर करले तैयारी,
अगर कुछ दूर जाना है,
भला इस प्लेटफारम पर,
कहां किसका ठिकाना है ||1||
मुसाफिर बारी बारी से,
सभी चढ़ते उतरते हैं,
जनम लेना ही चढ़ना है,
मृत्यु ही उतर जाना है ||
मुसाफिर करले तैयारी,
अगर कुछ दूर जाना है,
भला इस प्लेटफारम पर,
कहां किसका ठिकाना है ||2||
शिवोऽहं मंत्र नामक पास लो,
साहब गुरूजी से,
अगर जमदूत टीटी से,
नहीं भय रंच खाना है ||
मुसाफिर करले तैयारी,
अगर कुछ दूर जाना है,
भला इस प्लेटफारम पर,
कहां किसका ठिकाना है ||
मुसाफिर करले तैयारी,
अगर कुछ दूर जाना है,
भला इस प्लेटफारम पर,
कहां किसका ठिकाना है ||3||
सत्य की सीट पर बैठो,
सुखी हो आत्मानन्द में,
लो 'गीतानन्द' का अनुभव,
न रोना है, न गाना है ||
मुसाफिर करले तैयारी,
अगर कुछ दूर जाना है,
भला इस प्लेटफारम पर,
कहां किसका ठिकाना है ||4||